આ બ્લૉગ શોધો

પૃષ્ઠો

શુક્રવાર, 23 એપ્રિલ, 2010

सुवासित सवारमा तमारी याद मुंकू छुं
उगता सूरजे नवी दरकार मुंकू छू।
मिलन नी पलो होय के ना होय।
पण हैयामा तमारी एक दरखास्त मुंकू छे।
शुभ सवार!!

ટિપ્પણીઓ નથી:

ટિપ્પણી પોસ્ટ કરો